Aastik

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वासिस्थ शाक्त पराशर इति त्रिप्रवरान्वित पराशर गोत्रोत्पन्नह शुक्ल यजुर्वेदंनायवाजी मध्यन्यदिनि शाखाध्ययि अमित शर्मनहुम् भो